फटाका आतिशबाजी व्यवसाई द्वारा रहवासी क्षेत्रों में अवैध भंडारण ना किया जाए इस और शासन प्रशासन ध्यान दें
नारीशक्ती न्यूज से ....
मुजफ्फऱ अली
ताल...
दीपावली पर्व पर की जाने वाली आतिशबाजी फटाका रहवासी क्षेत्रों में अवैध रूप से स्टाक करने के कारण कभी भी घटना दुर्घटना घटित होने का अंदेशा बना रहता है एवं जन हानि घटित होने का अंदेशा बना रहता है ।स्थानीय स्तर पर इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, कतिपय लोगों की मिलीभगत से यह कार्य होता है, क्योंकि कुछ पटाखा व्यवसाई रहवासी क्षेत्रों में अवैध रूप से फटाके संग्रहण कर वहीं पर अपने व्यवसाय को संचालित करते हैं ,जबकि शासन द्वारा दशहरा मैदान में फटाका व्यवसाय हेतु स्थल निर्धारित किया हुआ है ,उसके बावजूद भी कतिपय व्यवसाईयो द्वारा निर्धारित स्थल पर व्यवसाय नहीं करते हुए अपने निवास मकानों एवं अपने गोदाम आदि पर व्यवसाय किया जाता है ।व पूर्व में जिला कलेक्टर महोदय को एक स्थानीय जागरूक नागरिक द्वारा हस्तलिखित गोपनीय पत्रg लिखा गया था जिस पर बताया गया था कि कुछ व्यवसाई द्वारा अवैध रूप से अपने यहां स्टाक फटाका आतिशबाजी का बड़े मात्रा में भंडारण किया हुआ है, जिस पर तत्कालीन समय में वरीष्ठ अधिकारीगण द्वारा दल बल के साथ दबिश देकर एक व्यवसाई के यहां पर गोपीनाथ मंदिर रोड ताल पर कार्रवाई की थी परंतु वह कार्रवाई भी अपने अंतिम निष्कर्ष तक नहीं पहुंच पाई थी, उक्त व्यवसाई के यहां बड़ी मात्रा में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण मिला था ।जिस कारण शासन प्रशासन को ईस और विशेष रुप से ध्यान देते हुए निगरानी करते हुए रहवासी क्षेत्रों एवं बाजार में अवैध पटाखा व्यवसाय पर सख्त प्रतिबंध होने के कारण उचित कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा बड़ी घटना दुर्घटना घटित होने के बाद शासन प्रशासन अपनी डफली अपना राग अलापेगा , सांप निकलने के बाद लाठी पीटना बेकार हो जावेगा ,बहराल सतर्कता ही सुरक्षा है ,जिस कारण आमजन की सुरक्षा प्रथम होनी चाहिए।
आशा की जानी चाहिए कि जिम्मेदार ईस और
विशेष रुप से ध्यान देंगे वरना कितना ही लिखो सब बेकार है?