शांति समिति की बैठक बनी औपचारिकता अधिकारियों में रुचि जनप्रतिनिधियों में अरुचि

शांति समिति की बैठक  बनी औपचारिकता , अधिकारियों में रुचि जनप्रतिनिधियों  में अरुचि


 नारी शक्ती न्यूज.से
मुजफ्फऱ अली


पुलिस थाना परिसर ताल पर मंगलवार की शाम को  5:00 बजे  शांति समिति की बैठक का आयोजन रखा गया जिसमें आगामी त्यौहार ईद -मिलाद -उन- नबी व देवउठनी ग्यारस  आदि पर्व को लेकर व आगामी दिनों में एक अति महत्वपूर्ण मामले में फैसला आने की संभावना को लेकर कानून व्यवस्था को  सुचारू रूप से बनाए रखने को लेकर  की गई। परंतु शांति समिति की बैठक मात्र औपचारिकता बनकर रह गई जिसमें अधिकारीगण तो आए परंतु ताल नगर परिषद में 15 वार्ड के 15 पार्षद एवं नगर परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष प्रतिनिधि ,विधायक प्रतिनिधि एवं अन्य वरिष्ठ जन आदि होने के बावजूद भी अधिकांश नदारद रहे मात्र 4 पार्षद उपस्थित रहे उनमें से भी दो पार्षद व दो उनके प्रतिनिधि उपस्थित हुए ,जबकि एक महत्वपूर्ण मामले में न्यायालय द्वारा फैसले की तिथि नजदीक आने को लेकर केंद्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक सभी कर्मचारी अधिकारी गण गंभीर बने हुए होकर लोगों से कानून व्यवस्था को सुचारू रूप से बनाए रखने के लिए अपील करते हुए नजर आ रहे हैं एवं गांव गांव गली मोहल्लों में जाकर समझाइश दे रहे हैं, नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं सार्वजनिक चौराहों पर जाकर चर्चा कर रहे हैं आम लोगों के बीच में जाकर परंतु शांति समिति की बैठक में गिने-चुने जन आना एवं वरिष्ठ जन नदारद रहना मात्र औपचारिकता बनकर रह गई जबकि बैठक में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस संतोष कुमार दमदोरीया ,तहसीलदार पारसमल कुन्हारा ,नायब तहसीलदार रमेश मसारे,थाना प्रभारी श्रीमती संगीता सोलंकी ,व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर आर के पाल एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी अशोक शर्मा एवं शहर काजी हाफिज मोहम्मद जावेद विशेष रूप से उपस्थित रहे ।


बैठक में अधिकारी  एसडीओपी  श्री दमदोरीया  ने उपस्थित जन को समझाइश देते हुए कहा  की सोशल मीडिया पर व्हाट्सएप फेसबुक आदि पर कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट ना करें एवं नहीं उसे बिना किसी प्रमाणिकता के फारवर्ड करें  ,भ्रामक पोस्ट आए तो उस पर कदापि विश्वास ना करें ,आपने बताया कि कुछ लोग बिना पढ़े ही उसे फॉरवर्ड कर देते हैं जिससे कानून व्यवस्था को बनाए रखने में शासन-प्रशासन को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है एवं आपत्तिजनक पोस्ट करने पर संबंधित को भारी भी  पड़ सकती है ।आपने अशांति फैलाने वाले तत्वों से भी बच कर रहने को आग्रह  किया, व उपस्थित जन को समझाइश दी। आगामी पर्वो  को लेकर भी विस्तार पूर्वक उपस्थित सदस्यों एवं जनप्रतिनिधि से चर्चा की, व  सुझाव समस्या मिलने पर अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में पार्षद प्रतिनिधि गुड्डू खान पठान, गोवर्धन लाल पोरवाल ,पार्षद प्रतिनिधि दिलीप राठौर ,पार्षद सदा काजी, हाजी सरफराज खान पठान, हाजी अनवर खा मैव, अकबर शाह ,मिट्ठू भाई, मनीष भट्ट, पंकज शुक्ला ,नगर परिषद के शंभू भाई, मीसाबंदी रामचंद्र शर्मा राजू मंसूरी समाजसेवी ललिता शंकर दुबे ,पत्रकार वाहिद खान पठान ,जितेंद्र व्यास ,बंसी पोरवाल आदि उपस्थित थे। पूर्व में शांति समिति की बैठक हो या अन्य आयोजन के लिए जब भी पुलिस थाना परिसर में बैठक का आयोजन किया जाता था तो पुलिस थाना कार्यालय से विधिवत एक एजेंडा लेकर एवं रजिस्टर लेकर संबंधित जनप्रतिनिधि गण एवं पत्रकार गण एवं गणमान्य नागरिक गणों को प्रत्यक्ष रूप से आमंत्रित किया जाता था एवं रूबरू होकर उन से चर्चा की जाती थी जो प्रक्रिया अब नगर परिषद ताल द्वारा प्रारंभ कर दी गई है  क्योंकि पूर्व में नगर परिषद द्वारा जनप्रतिनिधि गण को ही आमंत्रित किया था परंतु अब विधिवत पत्रकारगण आदि को भी एजेंडा अनुसार आमंत्रित किया जा रहा है ,जिससे शांति समिति की बैठक में आम जनता की काफी रूचि थी परंतु अब मात्र दूरभाष से सूचना कर देने से भी उपस्थिति कम होना एक कारण बताया जा रहा है और बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिकों द्वारा बताये जाने वाले सुझावों एवं समस्याओं  का भी उचित समय पर निराकरण नहीं होने को लेकर भी शांति समिति की बैठक को लेकर लोगों में आम जनता में अरुचि हो रही है इस ओर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। आज भी अधिकांश कुर्सियां खाली रही।