कतीपय भ्रष्ट अधिकारियों कर्मचारियों की मिलीभगत से शासन को लगाया जा रहा है करोड़ों का चुना
नारीशक्ती न्यूज़ ताल
रतलाम जिले की आलोट जनपद पंचायत मे कतिपय व्यापारियो द्वारा कतिपय सरपंच सचिव एवं कतिपय भ्रष्ट अधिकारियों की तथाकथित मिलीभगत की सांठगांठ से पंचायतों में फर्जी रेती गिट्टी आदि के बिल लगाए जा रहे हैं जिनमें से कई दुकाने तो कागज पर चल रही है ,इन दुकानों से सीमेंट, सरिया, रेत, गिट्टी, मुरम, ईट सहित अन्य सामग्री पंचायत को सप्लाई की जा रही है ।ऐसे ही एक ही फर्म के नाम से पंचायतो को निर्माण कार्य में उपयोग में आने वाली सामग्री सप्लाई की गई है |मजे की बात तो यह है कि उक्त फर्म या तो पूरी सामग्री खुद ही फैक्ट्री लगा कर निर्माण कर रही है या उन्होंने रेत एवं गिट्टी खदानो का ठेका ले रखा है क्योंकि उस फर्म संचालक द्वारा पंचायतों में लाखों रुपए का बिल तो लगाए है लेकिन फर्म द्वारा किसी भी प्रकार टेक्स आदयगी के बारे में उल्लेख नहीं किया गया है। केवल सादे कागज पर फर्म का नाम अंकित कर बिल बना कर पंचायत को लाखों की सामग्री सप्लाई कर की जा रही है। जानकारों की माने तो अगर उक्त फर्म की जांच कराई जाए तो टैक्स चोरी के मामले सहित फर्जी बिल भी लगाने का मामला स्पष्ट हो जायेगा। इस संबध मे आलोट जनपद सी.ई.ओ. गोरधनलाल मालवी द्वारा मौखीक तौर पर बिल के फर्जी होने की पुष्टि की गई है एवं मामला सामने आने पर व्यापारियो मे हडकंप मचा हुवा है एवं एक फर्म ने अपनी वेल्डीगदुकान होते हुए रेती गिट्टी ईट सीमेन्ट सरीया . मोटरबंधाई. हेन्डपम्प सुधरई तक के बिल लगा रखे है ,जबकी चर्चा है कि उक्त संचालक का इस प्रकार की कीसी भी सामग्री से कोसो तक कोई नाता नही है । एवं पंचायत दर्पण पर सभी बिलो को अॅान लाईन कर करोडो का चुना प्रशासन को पांच वर्षों मे लगा चुका है परन्तु अन्य विभाग चुप्पी साधे हुवे है। विदित है कि पूर्व में भी दैनिक प्रसारण द्वारा इस तरह के फर्जीवाड़े की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था ,परंतु जिम्मेदारों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया जिस कारण भ्रष्टों के हौसले बुलंद हैं और इस प्रकार शासन को लाखों करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा रहा है यदि निष्पक्ष रुप से सूक्ष्मता से पूरी जनपद पंचायत में लगाए गए बिलों की जांच जिला कलेक्टर महोदय रतलाम कराएं तो काफी बड़ी मात्रा में फर्जीवाड़ा सामने आ सकता है। उक्त संबंध में एक व्यापारी द्वारा नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया गया कि मेरे द्वारा इस संबंध में लिखित में शिकायत की गई है।
*इनका कहना है*
उक्त बिल फर्जी हे शिकायत होने पर जांच की जाएगी और फर्जी बिल पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
*(आलोट जनपद सीईओ गोरधन लाल मालवीय)*