जरा याद उन्हें भी कर लो जो भारत मां की गोद में हमेशा के लिए सो गए

जरा याद उन्हें भी कर लो..


सुरभि भावसार 


किसी ने सच कहा है कि अगर प्यार सच्चा हो तो उसी प्यार के खातिर दीवाना जान देने तक को हर पल तैयार रहता है। फिर वो प्यार चाहे किसी इंसान से हो या वतन की मिट्टी से। 14 फरवरी को जब पूरी दुनिया प्यार के संदेश बांट रही थी, तब हमारे वीर जवानों ने प्यार का सही मतलब दुनिया को बता दिया। जब वतन से प्यार करने वालों ने वैलेंटाइन डे मनाया तो कोई भी आंसू नहीं रोक पाया। पुलवामा हमले में CRPF के 40 जवानों की शाहदत ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया।


मौत को गले लगाने वाले जवानों में किसी की सगाई हुई थी, कोई शादी के लिए छुट्टी पर जाने वाला था तो किसी ने अपने बच्चे का मुंह तक नहीं देखा था। उन्हें कहा पता था कि वे भारत माता की गोद में हमेशा के लिए सो जाएंगे। तिरंगे की आन-बान-शान के लिए वे हमेशा डटे रहे, परिवार से ज्यादा वतन की मिट्टी से प्यार किया और अपने प्राण न्यौछावर करने से भी पीछे नहीं हटे।


आंखें भर आई थी वो दृश्य देखकर जब छः साल की बेटी ने अपने पिता को आखिरी सलाम किया। नि:शब्द हो गई, जब कप्तान विभूति की मंगेतर ने कहा- 'तुम झूठे हो, तुमने तो मुझसे ज्यादा तिरंगे से प्यार किया'। कलेजा भर आया जब किसी के घर का इकलौता चिराग बुझ गया और गर्व हुआ उस पिता पर जिसने कहा था- 'मैं अपना एक बेटा खो चुका हूं, दूसरे को भी मातृभूमि की खातिर मर-मिटने के लिए भेजूंगा लेकिन पाकिस्तान को करारा जवाब मिलना चाहिए।'


आज पुलवामा हमले को एक साल हो गया है। ये दिन उन शहीदों को श्रद्धांजलि देने के साथ गर्व करने का भी। गर्व इसलिए क्योकि इस हमले के बाद हमारे वीरों ने अपना पराक्रम दिखाते हुए दुनिया को भारत की ताकत बता दी। पाकिस्तान को साफ़ संदेश दे दिया कि भारत पर अगर आंख भी उठाई तो भारत घर में घुसकर जवाब देने से भी पीछे नहीं हटेगा।


यहां देश के राजनीतिक नेतृत्व की सराहना करना भी गलत नहीं होगा जिसने ठोस और त्वरित निर्णय लेते हुए सेना को खुली छूट दी है। देश के नेतृत्व के इस निर्णय ने ही सेना को सीमा पार करने का हौंसला दिया। सलाम ने उन वीरों को जिनके कारण पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादियों ने दुस्साहस नहीं दिखाया है।


पुलवामा हमले में शहीद जवानों को भावपूर्वक श्रद्धांजलि।